नमस्कार! आप सभी का पुन: स्वागत है, इस अध्याय में हम विशेषण (Adjective) के बारे में पढ़ेंगे और हमें आशा है कि इस लेख को पढ़ने के बाद आप विशेषण (Adjective) के बारे में अच्छे से समझ जाएंगे
नीचे दिये गाय वाक्यों को ध्यान पूर्वक पढ़िये
- पीला फूल खिला है।
- छोटा बच्चा खेल रहा है
- ऊँचे पेड़ पर मत चढ़ो।
- मैंने कुछ पुस्तकें खरीदीं।
- चार घोड़े दौड़ रहे हैं।
संज्ञा या सर्वनाम के गुण, दोष, संख्या, मात्रा आदि को बताने वाले शब्दों को विशेषण कहते हैं। विशेषण शब्द जिस संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताते हैं, उसे विशेष्य कहते हैं।
उदाहरण:
- हरीश ताजे फल लाया है। (ताजे – विशेषण, फल-विशेष्य)
- उसने नीला कोट पहना। (नीला – विशेषण, कोट – विशेष्य)
- मैंने थोड़ा पानी पिया। (थोड़ा – विशेषण, पानी – विशेष्य)
- मैं छटी कक्षा में पढ़ता हूँ (छटी – विशेषण, कक्षा – विशेष्य)
विशेषण के भेद
- गुणवाचक विशेषण (Adjective of Quality)
- संख्यावाचक विशेषण (Numeral Adjective)
- परिमाणवाचक विशेषण (Adjective of Quantity)
- सर्वनामिक या संकेतवाचक विशेषण (Demonstrative Adjective/Pronomial Adjective)
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विशेषण (Adjective) |
गुणवाचक विशेषण
- गुण – अच्छा, दयालु, धार्मिक, सच्चा आदि।
- आकार – छोटा, बड़ा, गोल, लंबा आदि ।
- रंग – काला, पीला, नीला, हरा, सफ़ेद आदि।
- स्वाद – कड़वा, खट्टा, मीठा, चटपटा आदि।
- स्थान – ग्रामीण, नागरिक, भारतीय आदि।
- दोष – झूठा, पापी, तुष्ट आदि।
संख्यावाचक विशेषण
- बाग में कुछ फूल खिले हैं।
- सब बच्चे पढ़ रहे हैं।
- इस पुस्तक के आधे पृष्ट मैंने पढ़ लिए हैं।
- मुझे गणित में अस्सी अंक मिले हैं।
- निश्चित संख्यावाचक – जैसे दो पुस्तकें, सौ रुपये, तीन व्यक्ति, पहली पुस्तक आदि
- अनिश्चितसंख्यावाचक – जैसे कुछ चित्र, थोड़े विद्यार्थी आदि।
परिमाणवाचक विशेषण
मोहन ने दुकानदार से कहा कि मुझे सौ ग्राम हल्दी, एक लीटर दूध तथा एक किलो चावल दे दो।
इस वाक्य में ‘सो ग्राम’, ‘एक लीटर’ तथा ‘एक किलो’ शब्द क्रमश: हल्दी, दूध तथा चावलों कि मात्र का बोध करा रहे हैं। ये परिमाणवाचक विशेषण है। नाप तौल बताने वाले विशेषण परिमाणवाचक कहलाते हैं।
- निश्चित परिमाणवाचक – जैसे दस मीटर कपड़ा, पाँच किलो घी, एक लीटर मिट्टी का तेल आदि। इनमें निश्चित मात्र का बोध होता है।
- अनिश्चित परिमाणवाचक – जैसे – थोड़े चावल, कुछ दूध, कुछ फल आदि। इनमें निश्चित मात्र का बोध नहीं होता
सार्वनामिक या संकेतवाचक विशेषण
क |
ख |
वह लड़की अच्छा गति है। | वह अच्छा गति। |
मुझे कुछ पुस्तकें चाहिए। | मुझे कुछ चाहिए। |
ये विद्यार्थी कल नहीं आए थे। | ये कल नहीं आए थे। |
‘क’ वर्ग के वाक्यों में ‘वह’, ‘कुछ’ तथा ‘ये’ सर्वनामों के साथ क्रमश: लड़की, पुस्तकें तथा विद्यार्थी संज्ञा शब्दों का प्रयोग हुआ है जबकि ‘ख’ वर्ग के वाक्यों में ये अकेले आए हैं। ‘क वर्ग के वाक्यों में ये सर्वनाम नहीं अपितु सार्वनामिक विशेषण हैं, जबकि ‘ख’ वर्ग के वाक्यों में सर्वनाम।
परिमाणवाचक |
संख्यावाचक |
कुछ सब्जी देना। |
कुछ पुस्तकें देना। |
मैंने दो लीटर तेल खरीदा। | मैंने दो लड़कों को बुलाया है। |
हमारे घर में बहुत घी है। | हमारे घर में बहुत रुपये हैं। |
सभी वाक्यों में ‘कुछ’, ‘दो’ तथा ‘बहुत’ विशेषणों का प्रयोग किया गया है। इनमें से ‘पुस्तकें’, ‘लड़के’ तथा ‘रुपये’ संज्ञाएँ गिनी जा सकती हैं जबकि ‘सब्जी’, ‘सब्जी’ तथा ‘घी’ गिना नहीं जा सकता, नवा तौला जा सकता है। कुछ, सब, थोड़े, बहुत अधिक जैसे विशेषण जब गिनी जाने वाली वस्तुओं के साथ प्रयोग किए जाते हैं तो संख्यावाचक विशेषण होते हैं, पर जब इंका प्रयोग किसी ऐसी वस्तु के साथ किया जाता है जिन्हें गिना नहीं जा सकता, तब ये परिमाणवाचक विशेषण कहलाते हैं।
- यह कल नहीं आया था । – सर्वनाम
- यह लड़का कल नहीं आया था। – सार्वनामिक विशेषण
- वे भाग रहे हैं। – सर्वनाम
- वे लड़के भाग रहे हैं। – सार्वनामिक विशेषण
- कोई बुला रहा है। – सर्वनाम
- कोई लड़का बुला रहा है। – सार्वनामिक विशेषण
- मुलावस्था (Positive Degree)
- उत्तरावस्था (Comparative Degree)
- उत्तमावस्था (Superlative Degree)
- राम सुंदर है।, राम राजीव से सुंदर है।,राम सब विद्यार्थियों से सुंदर है
(सुंदर गुणवाचक विशेषण)
- मेरे पास कम चित्र हैं।, उसके पास मेरे से भी कम चित्र हैं।, कमला के पास हम सबसे कम चित्र हैं
- हलवाई के पास थोड़ा दूध है।, दूधवाले के पास हलवाई से थोड़ा दूध है।, मेरे पास सबसे थोड़ा दूध है।