ग्राम्य जीवन पर निबंध

ग्राम्य जीवन पर निबंध

 भूमिका-किसी कवि ने ठीक ही कहा 'है अपना हिन्दुस्तान कहाँ, वह बसा हमारे गाँवों में'। भारत माता ग्रामवासिनी है भारत की 75 प्रतिशत जनता गाँवों में निवास करती है। इसीलिए…
परीक्षा भी एक मुसीबत है

परीक्षा भी एक मुसीबत है

भूमिका-तीन अक्षर के नाम 'परीक्षा' को सुनते ही सभी को अपनी नानी याद आ जाती है तथा इस नाम को सुनते ही बड़े-बड़े भयभीत हो जाते हैं। परीक्षा के आतंक…
स्वतंत्रता दिवस उत्सव

स्वतंत्रता दिवस: 15 अगस्त पर निबंध

जो भरा नहीं है भावों से बहती जिसमें रसधार नहीं। वह हृदय नहीं, वह पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं।। भूमिका-स्वतंत्रता सभी को प्रिय है। इसीलिए तुलसीदास ने कहा…
शुभ दीपावली

दीपावली पर निबंध

भूमिका-भारतीय संस्कृति की झलक यहाँ के त्योहारों में दिखाई देती है। हमारे देश में अनेक धर्मों, सम्प्रदायों तथा संस्कृतियों का अ‌द्भुत संगम है। इसीलिए विभिन्न धर्मों से जुड़े अनेक त्योहार…